मेघदूत में निनित प्रेम तत्व की प्रासंनिता
Keywords:
आिन्द,, समानि, ,स्वाभानवक, मिमोिक,Abstract
स्थाि और समय की सीमा से बनििगमि करिे का एक पथ योि िैपरन्तु उसका नितीय पथ प्रेम के अन्तःकरण से भी निकलता िै। प्रेम की उदार नस्थनत योि एवं समानि से नमलती-जुलती िै। योि की िी भांनत देश और काल के क्षेत्र से बािर निकल कर अनतशय आिन्द की सीमा में समानवष्ट कर देिे की क्षमता िर-िारी के प्रेम में समानित िै।
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