लोकतंत्र और संचार माध्यम : एक अध्ययन

Authors

  • राजे‛वर सिंघानिया विश्वविद्यालय , राजस्थान

Keywords:

उदाहरण, सम्पूर्ण मीडिया, लोकतंत्र

Abstract

भारत विश्व  का वि‛शालतम लोकतांत्रिक दे‛श है। जब 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान में भारत को ‘सम्प्रभु धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य’ घोषित किया गया तो लोकतंत्र शब्द हमारा एक अभिन्न अंग बन गया। प्रस्तुत शोध पत्र में जन संचार माध्यम मीडिया और लोकतंत्र को लेकर अध्ययन किया गया है। भारत में मीडिया को प्रजातंत्र का चतुर्थ स्तम्भ कहा जाता है। मीडिया के अन्तर्गत प्रिन्ट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया दोनों आते हैं और इसके विकास का एक लम्बा इतिहास है। मीडिया की स्वस्थ लोकतंत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह लोकतंत्र का प्रमुख आधार है। यह लोकतंत्र का प्रहरी है और इसका प्रभाव‛ााली निर्वहन हेतु निष्पक्ष एवं सक्रिय होना बहुत आव‛यक है। मीडिया की कार्य प्रणाली के कुछ उदाहरण हैं उसकी भूमिका पर सवाल खड़े करते हैं, लेकिन इनसेे हम सम्पूर्ण मीडिया जगत को दोषी नहीं ठहरा सकते। इस ॉाोध पत्र के द्वारा भारतीय लोकतंत्र में जनसंचार माध्यम मीडिया की सकारात्मक एवं नकारात्मक भूमिका का वि‛लेषण करने का प्रयास किया गया है।

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Published

30-07-2012

How to Cite

राजे‛वर. (2012). लोकतंत्र और संचार माध्यम : एक अध्ययन. International Journal for Research Publication and Seminar, 1(1), 97–101. Retrieved from https://jrps.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/5

Issue

Section

Original Research Article