कामकाजी महिलायें: दोहरी भूमिका एवं समायोजन

Authors

  • डाॅ राजेश कुमार सक्सेना प्राध्यापक समाजशास्त्र विजयाराजे शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय मुरार, ग्वालियर (म0प्र0)

Keywords:

महिलायें, वैवाहिक जीवन, कार्योजन में संलग्न

Abstract

दोहरी भूमिका के विश्लेषण के लिये चार क्षेत्रों दृ घरेलू उत्तरदायित्व, दोहरी भूमिका से संतुष्टी, । स्वयं के विषय में की गई परिकल्पना एवं कार्य की विशिष्टता को चुना गया और पाया गया कि कार्योजन मे ं सलं ग्न महिलायें घरेलू उत्तरदायित्वो ं एवं कार्यालयीन उत्तरदायित्वों का निर्वहन एक साथ करने में किसी प्रकार की कोई विशेष परेशानी नहीं होती।
विवाहित महिला उत्तरदाताओ ं ने बताया । है कि कार्योजन में सलं ग्न होने के कारण उन्हें पर्याप्त समय परिवार के लिये नहीं मिल पाता। फिर भी वे अपने पति एवं बच्चों की इच्छाओ  का ध्यान रखती हैं और उसे पूरा करने का प्रयास करती हैं। आधी से अधिक उत्तरदातायें अपनी दोहरी भूमिका से संतुष्ट हैं।
महिलाओं के अनुसार परिवार जनों का दृष्टिकोण उनके कार्य के प्रति सकारात्मक है। उनके द्वारा किये गये धनोपार्जन से उनके परिवार की आर्थिक स्तर में गुणात्मक सुधार
एवं परिवर्तन हुआ है। वे चाहते हैं कि महिला अपने कार्य को भी आगे करती रहे। 43.4 प्रतिशत महिलायें अपने दोहरे दायित्वों का निर्वहन करने में कठिनाई का अनुभव कर रही हैं
और इससे वे असंतुष्ट हैं। 55.0 प्रतिशत उत्तरदातायें अपने विषय में उच्च कोटि का प्रतिबिम्ब बनाये हुये हैं। ये महिलायें मानती हैं कि उनके कार्योजन में संलग्न होने से उनके व्यक्तित्व में अपेक्षाकृत सुधार हुआ है तथा परिवार व समाज में उनकी प्रतिष्ठा बढ़ी है। इनमें उच्च एवं प्रतिष्ठित वर्ग की उच्च शिक्षा प्राप्त एवं युवा वर्ग की महिलायें सर्वाधिक हैं, पर निम्न व मध्यम जाति की, निम्न शिक्षा प्राप्त एवं प्रोढ़ व अति प्रोढ़ वर्ग की महिलायें अपने विषय में निम्न प्रतिबिम्ब बनाये हुये हैं। कार्य द्य की विशिष्टता कामकाजी महिलाओं के वैवाहिक जीवन को प्रभावित करती है। दो तिहाई से अधिक उत्तरदातायें घरेलू दायित्व को महत्वपूर्ण मानती हैं और इनमे  विवाहित महिलाओ की संख्या सर्वाधिक है। घरेलू उत्तरदायित्व व व्यावसायिक उत्तरदायित्व में संघर्ष की स्थिति आने पर घरेलू दायित्व को महत्व देंगे। एक चैथाई से कुछ कम उत्तरदाता केरियर को ही महत्वपूर्ण मानती हैं।

References

प्रमिला कमूर, कमकाजी महिलाएं - रावत पब्लिकेशन, जयपुर

दिशा पाटानी, महिलाएं दिशा एवं दशा - रावत पब्लिकेशन, जयपुर

राम आहुजा, भारतीय समाज - रावत पब्लिकेशन, जयपुर

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Published

31-03-2023

How to Cite

डाॅ राजेश कुमार सक्सेना. (2023). कामकाजी महिलायें: दोहरी भूमिका एवं समायोजन. International Journal for Research Publication and Seminar, 14(1), 301–303. Retrieved from https://jrps.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/373