पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य के शैक्षिक मूल्यों के परिप्रेक्ष में नई शिक्षा नीति 2020 का अवलोकन

Authors

  • नेहा’ शर्मा
  • डा० संजीव कुमार

DOI:

https://doi.org/10.36676/jrps.v13.i1.1635

Keywords:

नई शिक्षा नीति 2020।

Abstract

शिक्षा का वास्तविक कार्य शिक्षार्थी में मूल्यों का विकास करना है। अनेक मनीषियों एवं महापुरूषों ने तो मूल्य एवं
मल्य -शिक्षा पर सहित्य की सृजन तक किया तथा उसे जन-जन तक पहुँचाने का कार्य भी किया।
भारत के प्रचीन काल में आदिगुरू शंकराचार्य , गोस्वामी तुलसीदास , मुंशी प्रेमचन्द, भारतन्दु हरिश्चन्द्र, कालिदास,
आचार्य स्वामी रामानन्द एवं स्वामी विवेकानन्द तथा महात्मा गाँधी जैसे विद्वानों ने अपनी भाषा शैली में कविता, कहानी,
महाकाव्य, उपन्यास या नाटक एवं उपदेशों के रूप में उच्च कोटि के साहित्य का सृजन कर मूल्यों का ज्ञान समस्त
विश्व को कराया और समाज को दिशा प्रदान करने का प्रयास किया।

References

आचार्य श्रीराम शर्मा, शिक्षा और विद्या, अखण्ड ज्योति प्रकाशन मथुरा, 1998, पृ0 2.31

वही पृ0 सं0 2.23

वही पृ0 सं0 2.17

आचार्य श्रीराम शर्मा, हमारे पाँच पिछले और पाँच अगले कदम, अखण्ड ज्योति, वर्ष 2000, अंक-3, पृ0 50

आचार्य श्रीराम शर्मा, हमारे पाँच पिछले और पाँच अगले कदम, अखण्ड ज्योति, वर्ष 2000, अंक-3, पृ0 60

आचार्य श्रीराम शर्मा, शिक्षा एवं समाज निर्माण, अखण्ड ज्योति प्रकाशन मथुरा, वर्ष 43, अंक-2, पृ0 10। 7

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार पृष्ठ.08

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार पृष्ठ.06

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार पृष्ठ.07

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार पृष्ठ.07

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Published

30-03-2022

How to Cite

नेहा’ शर्मा, & डा० संजीव कुमार. (2022). पं0 श्रीराम शर्मा आचार्य के शैक्षिक मूल्यों के परिप्रेक्ष में नई शिक्षा नीति 2020 का अवलोकन. International Journal for Research Publication and Seminar, 13(1), 364–367. https://doi.org/10.36676/jrps.v13.i1.1635