निर्गुण संत काव्य में नारी

Authors

  • अनीता कादियान राजीव गाँधी महाविद्यालय , उचाना

Keywords:

समुचित, निर्गुण, संत कबीर, सम्पूर्ण, अपवाद

Abstract

 सम्पूर्ण  निर्गुण संत काव्य पर दृष्टि डालते हैं तो निंदा अपवाद रूप से सामने आती है |वैसे किसी न किसी रूप में सभी संतों ने नारी निंदा के अभियान में अपना समुचित योगदान दिया परन्तु संत शिरोमणि संत कबीर का स्वर सब से प्रखर प्रतीत होता है |

References

कबीर ग्रंथावली , प्रकाशक केंद्र आगरा , पृष्ठ 200

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Published

30-06-2016

How to Cite

अनीता कादियान. (2016). निर्गुण संत काव्य में नारी . International Journal for Research Publication and Seminar, 7(2). Retrieved from https://jrps.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1379

Issue

Section

Original Research Article