मध्यकालीन संत साहित्य में ब्रह्म की व्यापक अवधारणा की सामाजिक चेतना

Authors

  • डा. गुंजन हिंदी विभाग , भीम राव आम्बेडकर विश्वविद्यालय , आगरा

Keywords:

संस्कार, परम्परायें, आस्थाएं, विश्वास, भक्ति आन्दोलन

Abstract

भक्ति आन्दोलन एक ऐसी एतिहासिक घटना थी , जिस का समाज पर बहुआयामी प्रभाव दिखाई देता है | भक्ति आन्दोलन के उदय में प्राचीन संस्कार , अनगिनत परम्परायें , आस्थाएं और विश्वास थे |

References

कबीर ग्रंथावली , पृष्ठ- 156 , साखी - 24.

रामचरितमानस , उत्तरकाण्ड दोहा -125 , चौपाई - 4.

ग्रंथावली डा. पारसनाथ तिवारी , पृष्ठ - 153.

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Published

30-06-2018

How to Cite

डा. गुंजन. (2018). मध्यकालीन संत साहित्य में ब्रह्म की व्यापक अवधारणा की सामाजिक चेतना . International Journal for Research Publication and Seminar, 9(2), 63–67. Retrieved from https://jrps.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1374

Issue

Section

Original Research Article